eShikshakosh पोर्टल पर शिक्षकों द्वारा शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया

eShikshakosh पोर्टल पर शिक्षकों द्वारा शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया

बिहार की सरकार ने शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा शुरू की है – eShikshakosh पोर्टल। इस पोर्टल के जरिए राज्य के शिक्षक अब अपनी समस्याओं को ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं और उनके प्रगति का पता भी लगा सकते हैं। इससे स्पष्टता बढ़ती है और समय की बचत होती है।

eShikshakosh Portal बिहार सरकार के शैक्षिक विभाग द्वारा तैयार एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसका मुख्य उद्देश्य शिक्षकों और स्कूल स्टाफ की समस्याओं को दर्ज करना और उनका समाधान करना है। यह पोर्टल शिक्षकों को विभिन्न मुद्दों जैसे वेतन, छुट्टियों, स्थानांतरण, भ्रष्टाचार, और विद्यालय की सुविधाओं से संबंधित शिकायतें दर्ज करने की सुविधा प्रदान करता है। इस पोर्टल का उपयोग शिक्षकों के लिए न सिर्फ समय की बचत करता है, बल्कि यह पारदर्शिता और जवाबदेही को भी बढ़ावा देता है।

इस पोर्टल का प्राथमिक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि शिक्षकों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़े। इसके बजाय, वे अपने घर या स्कूल से आसानी से ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं और उसकी प्रगति का अनुसरण कर सकते हैं।

इस पोर्टल पर शिक्षक:

  • अपनी व्यक्तिगत जानकारी का अवलोकन कर सकते हैं
  • सेवा से संबंधित फाइलें अपलोड कर सकते हैं
  • शिकायतें प्रस्तुत कर सकते हैं
  • स्थानांतरण से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं

शिक्षकों के लिए eShikshakosh Portal पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया आसान और उपयोगकर्ता के अनुकूल है। नीचे इस प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से बताया गया है:

  1. पोर्टल पर लॉगिन करें
    eShikshakosh Portal (https://eshikshakosh.bihar.gov.in/login) पर जाएं।
    • User Type में “Teacher” का चयन करें।
    • अपनी User ID और Password भरें।
    • प्रदत्त गणितीय प्रश्न (Captcha) हल करें और Captcha कोड भरें।
    • SIGN IN बटन पर क्लिक करें।
  2. Grievance विकल्प चुनें
    • लॉगिन करने के बाद, डैशबोर्ड पर Grievance विकल्प पर क्लिक करें।
  3. नई शिकायत दर्ज करें
    • Add बटन पर क्लिक करें।
    • ड्रॉपडाउन मेन्यू से Category, Subcategory, और Subject का चयन करें।
    • Grievance Description फील्ड में अपनी शिकायत का विस्तृत विवरण भरें।
  4. सहायक दस्तावेज अपलोड करें
    • अगर आपके पास कोई सहायक दस्तावेज जैसे पत्र, तस्वीरें, या अन्य सबूत हैं, तो उन्हें Upload Grievance Document सेक्शन में अपलोड करें। दस्तावेज केवल PDF प्रारूप में होने चाहिए।
  5. शिकायत सबमिट करें
    • सभी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के पश्चात, Submit बटन पर क्लिक करें।
  6. Grievance ID प्राप्त करें
    • जब आपकी शिकायत सफलतापूर्वक दर्ज हो जाती है, तो आपको एक Grievance ID मिलती है। इसके साथ ही, आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक SMS भी भेजा जाता है।
  7. शिकायत की स्थिति जांचें
    • डैशबोर्ड पर Grievance Raised by Me विकल्प पर जाएँ।
    • अपनी Grievance Number भरें और Search बटन पर क्लिक करें।
    • शिकायत का विवरण देखने के लिए View Details पर क्लिक करें।

यह प्रक्रिया शिक्षकों को अपनी शिकायतों को शीघ्रता और पारदर्शिता के साथ दर्ज करने में सहायता करती है।

eShikshakosh Portal पर शिक्षक विभिन्न प्रकार की शिकायतें पेश कर सकते हैं। ये शिकायतें कई श्रेणियों और उप-श्रेणियों में विभाजित की गई हैं, जिनमें शामिल हैं:

  1. वेतन संबंधित शिकायतें
    • लंबित वेतन का वितरण
    • बकाया वेतन की राशि
    • वेतन की गणना में गलतियाँ
    • बकाए की गणना में गलतियाँ
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  2. अवकाश संबंधित शिकायतें
    • अस्वीकृत अवकाश की समस्याएँ
    • अपर्याप्त अवकाश स्वीकृति
    • चिकित्सा अवकाश से संबंधित मुद्दे
    • अध्ययन के लिए अवकाश
    • मातृत्व अवकाश से जुड़ी शिकायतें
    • अन्य प्रकार के अवकाश
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  3. सेवा विवरण में सुधार
    • वेतनमान को सही करना
    • नियुक्ति की तारीख में सुधार
    • पदस्थापन स्थान में परिवर्तन
    • विषय में परिवर्तन
    • जन्म तिथि में सुधार
    • अन्य विवरण का सुधार
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  4. पीएम पोषण योजना (मध्याह्न भोजन)
    • भोजन की गुणवत्ता की शिकायतें
    • मध्याह्न भोजन की आपूर्ति नहीं होना
    • अन्य मध्याह्न भोजन से संबंधित समस्याएँ
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  5. सरकारी योजनाओं से संबंधित शिकायतें
    • बच्चों के लिए किताबें उपलब्ध नहीं होना
    • वर्दी के लिए धनराशि की कमी
    • साइकिल के लिए वित्तीय सहायता की अनुपस्थिति
    • मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना के लिए धनराशि का न मिलना
    • मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए धनराशि न मिलना
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  6. अन्य स्कूल संबंधित शिकायतें
    • बेंच-डेस्क की कमी
    • शौचालयों से जुड़ी समस्याएँ
    • बिजली की असुविधा
    • जल आपूर्ति में रुकावट
    • स्मार्ट क्लास/आईसीटी लैब की कमी
    • अन्य निर्माण से संबंधित मुद्दे
    • स्कूल की संपत्ति या कमरों पर अवैध कब्जा
    • खतरे में पड़े भवन
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  7. भ्रष्टाचार
    • अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतें
    • जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO) के खिलाफ शिकायतें
    • जिला कार्यक्रम अधीक्षक (DPO) के खिलाफ आरोप
    • प्रखंड शिक्षा अधीक्षक (BEO) के खिलाफ मामले
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: निदेशक (प्राथमिक/माध्यमिक शिक्षा) और अपर मुख्य सचिव (ACS)
  8. उत्पीड़न
    • यौन उत्पीड़न संबंधी शिकायतें
    • अन्य कर्मचारियों/शिक्षकों द्वारा उत्पीड़न
    • सामान्य जनता द्वारा उत्पीड़न के मामले
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  9. अन्य शिक्षकों के खिलाफ शिकायतें
    • प्रधान शिक्षक/प्रधानाध्यापक के खिलाफ शिकायतें
    • शिक्षकों द्वारा पढ़ाई में लापरवाही
    • छात्रों के प्रति अनुचित व्यवहार
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  10. स्थानांतरण संबंधित शिकायतें
    • गंभीर बीमारियाँ (जैसे कैंसर)
    • गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ (किडनी, हृदय, लीवर रोग)
    • विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों का मामला
    • ऑटिज्म/मानसिक अक्षमता
    • विधवा और परित्यक्ता महिला शिक्षकों के लिए
    • पति-पत्नी के स्थानांतरण के आधार पर
    • दूरी के संदर्भ में
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  11. आपात स्थिति
    • चिकित्सा आपात स्थितियाँ
    • जीवन को खतरा
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: जिला शिक्षा अधीक्षक (DEO)
  12. सुझाव
    • शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत सुझाव
    • जिम्मेदार प्राधिकारी: निदेशक (प्राथमिक/माध्यमिक शिक्षा) और अपर मुख्य सचिव (ACS)
Sl.NoCategorySubcategoryAction Taken Authority
1.Payment1. Salary Payment PendingDEO
2. Arrear Payment PendingDEO
3. Salary Calculation Not CorrectDEO
4. Arrear Calculation Not CorrectDEO
2.Leave1. Leave Not SanctionedDEO
2. Insufficient Leave SanctionedDEO
3. Medical LeaveDEO
4. Study LeaveDEO
5. Maternity LeaveDEO
6. Other Leave Related MatterDEO
3.Service Details Correction1. Pay Scale CorrectionDEO
2. Date of Joining CorrectionDEO
3. Place of Posting CorrectionDEO
4. Subject CorrectionDEO
5. Date of Birth CorrectionDEO
6. Other Details CorrectioDEO
4.PM Poshan Yojana (MDM)1. Quality of FoodDEO
2. MDM Not ServedDEO
3. Other MDM ComplaintDEO
5.Complaint Related to Govt. Schemes1. Children Not Received BooksDEO
2. Not Received Money for UniformDEO
3. Not Received Money for BicycleDEO
4. Not Received Money for Mukhyamantri Kishori Swasthya YojanaDEO
5. Not Received Money for Mukhyamantri Kanya Utthan YojanaDEO
6.Other School Complaints1. Shortage of Bench DeskDEO
2. ToiletDEO
3. ElectricityDEO
4. Water SupplyDEO
5. Smart Class/ICT LabDEO
6. Other ConstructionDEO
7. Encroachment of Land or RoomsDEO
8. Building to be DemolishedDEO
7.Corruption1. Corruption Against Other StaffDirector/ACS
2. Complaint Against DEODirector/ACS
3. Complaint Against DPODirector/ACS
4. Complaint Against BEODirector/ACS
8.Harassment1. Sexual HarassmentDEO
2. Harassment by Other Staff/TeacherDEO
3. Public HarassmentDEO
9.Complaint Against Other Teachers1. Against Head Teacher/Headmaster and Other TeachersDEO
2. Teachers Not TeachingDEO
3. Misbehaving with StudentsDEO
10.Transfer1. Incurable Diseases (Various Types of Cancer)DEO
2. Serious Illness (Kidney Disease, Heart Disease, Liver Disease)DEO
3. Self Appointment on the Basis of Specially AbledDEO
4. Autism / Mental DisabilityDEO
5. Widow and Abandoned Female TeacherDEO
6. Transfer on the Basis of Posting of Husband/WifeDEO
7. Application Received on the Basis of Distance of Present Posting from Desired PlaceDEO
11.Emergency1. Medical EmergencyDEO
2. Threat of LifeDEO
12.Suggestions1. SuggestionsDirector/ACS

नहीं, eShikshakosh पोर्टल पर शिकायत दाखिल करने पर कोई शुल्क नहीं लगता। यह सुविधा शिक्षकों के लिए बिल्कुल मुफ्त है।

eShikshakosh Portal पर जो शिकायतें दर्ज की जाती हैं, उन्हें संबंधित अधिकारी द्वारा देखा जाता है। अधिकांश शिकायतों का समाधान जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) द्वारा किया जाता है, जबकि भ्रष्टाचार और सुझाव जैसी शिकायतों का निपटारा निदेशक (प्राथमिक/माध्यमिक शिक्षा) और अपर मुख्य सचिव (ACS) मिलकर करते हैं।

  • जिला शिक्षा अधिकारी की भूमिका: DEO का कर्तव्य है कि वह शिकायतों का शीघ्र समाधान करें और समाधान के पश्चात अनुपालन रिपोर्ट को eShikshakosh Portal पर अपलोड करें।
  • अनुपालन की जाँच: अपर मुख्य सचिव के जन शिकायत प्रकोष्ठ द्वारा समय-समय पर अनुपालन का मूल्यांकन किया जाता है।

शिक्षकों को सलाह दी जाती है कि वे पहले अपनी शिकायत स्थानीय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी या जिला शिक्षा अधिकारी के पास प्रस्तुत करें। यदि वहां से कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो वे eShikshakosh Portal पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

eShikshakosh Portal शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसके मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

  1. समय की बचत: अब शिक्षकों को विभिन्न कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। वे आराम से अपने घर से ही अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
  2. पारदर्शिता: ऑनलाइन शिकायत की स्थिति का पता लगाने की सुविधा पारदर्शिता को बढ़ावा देती है।
  3. जवाबदेही: अधिकारियों के लिए शिकायतों का समाधान कैसे हो रहा है, इसका ट्रैक रखना उन्हें जिम्मेदार बनाता है।
  4. शिक्षकों का कल्याण: यह पोर्टल शिक्षकों से जुड़े मुद्दों जैसे वेतन, छुट्टियों, और स्थानांतरण का समाधान निकालकर उनकी भलाई सुनिश्चित करता है।
  5. डिजिटल सशक्तिकरण: यह प्लेटफॉर्म डिजिटल साधनों का उपयोग करके शिक्षकों को सशक्त बनाता है।
  • सही जानकारी भरें: जब शिकायत दर्ज करें, तो सभी विवरण सटीक और पूर्ण रूप से प्रदान करें।
  • समर्थन दस्तावेज अपलोड करें: शिकायत को मजबूत बनाने के लिए सभी संबद्ध दस्तावेज़ अपलोड करें।
  • Grievance ID सुरक्षित रखें: शिकायत की स्थिति देखना हो तो Grievance ID को संभालकर रखें।
  • स्थानीय स्तर पर संपर्क करें: पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने से पहले स्थानीय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी या जिला शिक्षा पदाधिकारी से चर्चा करें।

eShikshakosh Portal बिहार के शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है, जो उनकी शिकायतों को दर्ज करने और निवारण प्राप्त करने के तरीकों को सहज बनाता है। यह प्लेटफॉर्म न केवल शिक्षकों का समय बचाता है, बल्कि शिक्षा विभाग में पारदर्शिता और जिम्मेदारी को भी प्रोत्साहित करता है। शिक्षकों को अपनी समस्याओं को सुलझाने और अपनी शिक्षण गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इस पोर्टल का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाता है।