विद्यालय नामांकन हेतु शुल्क विवरण

विद्यालय नामांकन हेतु  शुल्क विवरण

शिक्षा का अधिकार हर छात्र का अहम अधिकार है। भारत में स्कूलों में दाखिले के समय जो शुल्क लिया जाता है, उसका एक निश्चित मानक होता है, जिसे पारदर्शिता और समानता बनाए रखने के लिए निर्धारित किया जाता है। विद्यालय में नामांकन शुल्क का निर्धारण सरकार द्वारा एक पारदर्शी ढंग से किया जाता है ताकि हर छात्र को समान अवसर मिल सके। अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों को कुछ शुल्क में रियायत दी जाती है, जिससे उनकी शिक्षा को बढ़ावा मिलता है। छात्रों और अभिभावकों को नामांकन से पहले सभी शुल्क से संबंधित नियमों के बारे में जान लेना चाहिए, ताकि भविष्य में किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े।

स्कूलों में दाखिले के वक्त छात्रों से कई प्रकार के शुल्क वसूल किए जाते हैं, जो उनकी कक्षा और विषयों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। नीचे एक तालिका के माध्यम से विभिन्न कक्षाओं के लिए निर्धारित शुल्क का विस्तार से वर्णन किया गया है।

क्रम संख्यामद विवरण9वीं नामांकन10वीं सत्रारंभ11वीं नामांकन (कला/वाणिज्य)11वीं नामांकन
(विज्ञान/व्यावसायिक)
12वीं सत्रारंभ (कला/वाणिज्य)12वीं सत्रारंभ (विज्ञान/व्यावसायिक)
1प्रवेश शुल्क500505000
2शिक्षण शुल्क00180240180240
3विकास शुल्क8080200200200200
4स्थानांतरण100202000
5विज्ञान प्रयोगशाला101002000200
6क्रीड़ा/खेल-कूद202030303030
7मनोरंजन202060606060
8निर्धन छात्र कोष101010101010
9बिजली शुल्क202080808080
10पुस्तकालय0020202020
11विद्यालय रख-रखाव5050150150150150
12परिचय पत्र200202000
13बालचर10100000
14परीक्षा शुल्क120120120120120120
योग(GEN/BC/EBC)42034094012008501110
योग(SC/ST)340260560760470670
  1. विशेष छूट: यदि एक छात्र 9वीं कक्षा में दाखिला लेता है और बाद में उसी स्कूल में 11वीं कक्षा में प्रवेश करता है, तो उसे 50 रुपये का नामांकन शुल्क नहीं देना होगा।
  2. शुल्क का उपयोग: क्रमांक 1, 2, 3, और 4 के तहत जमा की गई राशि विकास कोष में जाएगी, जबकि अन्य मदों की राशि छात्र कल्याण कोष में डाली जाएगी।
  3. अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्र: अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को शिक्षण शुल्क (क्रमांक 2) और विकास शुल्क (क्रमांक 3) का भुगतान नहीं करना होगा।
  4. फॉर्म शुल्क: कक्षा 11 में दाखिले के दौरान फॉर्म और प्रॉस्पेक्टस का शुल्क बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा निर्धारित किया जाएगा।

स्कूलों द्वारा लिए जाने वाले शुल्क का उपयोग केवल प्रशासनिक और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए होता है। ये शुल्क छात्रों को सुविधाएं प्रदान करने, स्कूल के रखरखाव, खेल, पुस्तकालय, प्रयोगशाला और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन में खर्च किए जाते हैं।

यह चार्ज प्रणाली शिक्षा के क्षेत्र में समानता और पहुंच को बढ़ावा देने की कोशिश है, किंतु इसमें कुछ अनोखे पहलू हैं जो ध्यान देने योग्य हैं। SC/ST वर्ग के विद्यार्थियों को कुछ मामलों में रियायत दी गई है, जबकि कुछ में उनसे अधिक शुल्क लिया गया है, जो एक विषमता को प्रकट करता है। साथ ही, ऊंची कक्षाओं में फीस बढ़ोतरी माता-पिता के लिए एक कठिनाई हो सकती है।

शिक्षा को ज्यादा सुलभ और समावेशी बनाने के लिए शुल्क संरचना को और अधिक स्पष्ट और निष्पक्ष बनाया जा सकता है। सरकार और विद्यालय प्रशासन को इस दिशा में और अधिक प्रयास करने चाहिए ताकि सभी बच्चे किसी भी आर्थिक रुकावट के बिना शिक्षा हासिल कर सकें।