बिहार सरकार शिक्षा परियोजना समर कैंप 2025

बिहार सरकार शिक्षा परियोजना समर कैंप 2025

विद्यालयी शिक्षा का दायरा केवल पाठ्यपुस्तकों के अध्ययन और परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसका उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास की दिशा में होना चाहिए। इस प्रवृत्ति को ध्यान में रखते हुए, बिहार सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने ‘समर कैंप 2025’ का आयोजन करने की योजना बनाई है। इस कैंप के पीछे मुख्य मंशा है कि स्कूल स्तर पर छात्रों के भाषाई कौशल को निखारा जाए और उन्हें आत्मविश्वास से भरा बनाया जाए।

बिहार राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में यह कैंप 19 मई 2025 से प्रारंभ होगा, जिसमें 75 से 100 छात्रों को भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह कार्यक्रम छात्रों को भाषाओं की शिक्षा, शब्दावली निर्माण, संवाद कला, भावनाओं की अभिव्यक्ति, कहानी लेखन आदि में दक्षता हासिल करने में सहायक साबित होगा।

समर कैंप की मुख्य विशेषताएं

समर कैंप 2025 की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  1. आयोजन की अवधि:
    • यह कैंप 19 मई 2025 से प्रारंभ होकर 07 जून 2025 तक बना रहेगा, जिसमें कुल 28 दिनों की अवधि होगी। यह समय बच्चों को उनके रुचियों के क्षेत्र में गहराई से सीखने का अवसर प्रदान करेगा।
  2. लक्षित समूह:
    • इस कैंप का मुख्य ध्यान सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 75-100 बच्चों पर होगा, जो स्कूल में विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय होते हैं। इसके अतिरिक्त, उच्चतर माध्यमिक एवं प्राथमिक स्तर के बच्चों को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
  3. गतिविधियों का स्वरूप:
    • समर कैंप में बच्चों को भाषा, गणित और विज्ञान से संबंधित गतिविधियों के साथ-साथ रचनात्मक क्षेत्रों जैसे कि कला, संगीत और खेल में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
  4. डिजिटल संसाधनों का उपयोग:
    • इस कैंप में बच्चों की प्रगति को ट्रैक करने और उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए गूगल ट्रैकर जैसे डिजिटल उपकरणों का सहारा लिया जाएगा।
  5. सहयोग और समन्वय:
    • इस कैंप का आयोजन शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, और विभिन्न जिला समन्वयकों की सहायता से किया जाएगा।

डिजिटल उपकरणों का प्रयोग: गूगल ट्रैकर

गूगल ट्रैकर का इस्तेमाल समर कैंप के दौरान बच्चों की प्रगति की निगरानी के लिए किया जाएगा। यह एक ऐसा डिजिटल साधन है जो शिक्षकों को बच्चों के प्रदर्शन को समझने और उनके शिक्षण स्तर को मूल्यांकित करने में सहायता करता है। इस उपकरण के माध्यम से न केवल बच्चों की प्रगति पर ध्यान दिया जा सकेगा बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि कैंप के दौरान सभी बच्चे समान रूप से लाभ उठा रहे हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल उपकरणों का प्रयोग एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल शिक्षकों के कार्य को सरल बनाता है, बल्कि बच्चों को तकनीक से परिचित कराने का अवसर भी प्रदान करता है। वर्तमान समय में, जब डिजिटल साक्षरता एक महत्वपूर्ण कौशल बन चुका है, ऐसे उपकरण बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस विशेष समर कैंप का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:

  • छात्रों में संवाद कौशल विकसित करना: मौखिक और लिखित रूप में प्रभावी ढंग से विचार व्यक्त करने की क्षमता पर काम करना।
  • आत्मविश्वास को बढ़ावा देना: छात्रों को सार्वजनिक रूप से बोलने और प्रस्तुति देने में सहजता प्रदान करना।
  • सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करना: कहानी लेखन, नाटकों और संवाद लेखन जैसी गतिविधियों के जरिए रचनात्मक सोच को बढ़ावा देना।
  • टीम में कार्य करने की क्षमता को बढ़ावा देना: सामूहिक गतिविधियों के माध्यम से टीमवर्क और सहयोग की भावना को बढ़ावा देना।

कार्यक्रम की समयावधि और स्वरूप

समर कैंप 2025 की शुरुआत 19 मई 2025 से होगी और यह एक सप्ताह (7 दिन) तक चलेगा। हर दिन कम से कम दो घंटे की गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इन गतिविधियों में भाषाई कार्यशालाएं, समूह चर्चा, अभिनय, संवाद लेखन, कहानी सुनाना और नाटक शामिल होंगे।

विद्यालय स्तर पर इस गतिविधि में कम से कम 75-100 छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। सभी विद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वे छात्रों की अधिकतम भागीदारी को सुनिश्चित करें और उनके अनुभवों का गहरा विवरण तैयार करें।

मुख्य गतिविधियाँ और शिक्षण विधियाँ

इस समर कैंप में जिन प्रमुख गतिविधियों पर जोर दिया जाएगा, वे निम्नलिखित हैं:

  1. आत्म-परिचय और संवाद कौशल
    • छात्रों को मंच पर आकर अपने बारे में बताने का अभ्यास कराया जाएगा, जिससे वे स्पष्टता और आत्मविश्वास के साथ अपने विचार प्रस्तुत कर सकें।
  2. शब्दावली और वाक्य रचना
    • प्रतिदिन की जिंदगी से संबंधित शब्दों और वाक्य रचनाओं के उपयोग पर ध्यान दिया जाएगा, जिससे भाषा पर पकड़ और संप्रेषण क्षमता मज़बूत होगी।
  3. कहानी लेखन और अभिनय
    • कहानी और नाटक लिखने तथा प्रस्तुत करने से छात्रों में रचनात्मकता और आत्मविवेक को विकसित किया जाएगा।
  4. समूह चर्चा और अभिनय
    • छात्रों को समूहों में विभाजित कर विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करने और अपने विचार साझा करने का अवसर दिया जाएगा।
  5. खेल और मनोरंजन
    • खेलों और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा को दिलचस्प और आनंदित बनाया जाएगा, जिससे बच्चों में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार होगा।

नवाचार और शिक्षा में तकनीक का उपयोग

समर कैंप की प्रगति और छात्रों की भागीदारी का विवरण Google Tracker के जरिए शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा। इससे प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी और पूरे राज्य में समान गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण सुनिश्चित हो सकेगा।

सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों और जिला कार्यक्रम अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे कैंप की सभी क्रियाओं का विवरण एकत्रित करें और इसे नियमित रूप से Google Tracker पर अपडेट करते रहें।

अधिकारियों की जिम्मेदारियाँ

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला कार्यक्रम अधिकारियों (EE & SSA) को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि:

  • समर कैंप 19 मई 2025 से आरंभ होकर 7 दिनों तक आयोजित किया जाए।
  • प्रत्येक विद्यालय में न्यूनतम 75-100 विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
  • छात्रों के प्रदर्शन और गतिविधियों की जानकारी Google Tracker पर अपलोड की जाए।
  • विद्यालय स्तर पर सफल आयोजन के लिए आवश्यक समन्वय किया जाए।
  • इस आयोजन के दौरान विद्यालयों में भाषा आधारित रचनात्मक और संवादात्मक क्रियाएँ करवाई जाएँ।

शिक्षकों की भूमिका

शिक्षकों को इस समर कैंप में मार्गदर्शक के रूप में कार्य करना है। उनका उद्देश्य विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाना, उन्हें प्रोत्साहित करना और संचार कौशल विकसित करने के लिए प्रेरणा प्रदान करना है।

शिक्षक विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाएंगे, उनका संचालन करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी बच्चे सक्रिय रूप से भाग लें। इसके अतिरिक्त, शिक्षकों को विद्यार्थियों की प्रगति पर नज़र रखकर उसका रिकॉर्ड बनाना होगा।

विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए लाभ

  1. विद्यार्थियों को लाभ:
    • संवाद कौशल में सुधार
    • आत्मविश्वास में वृद्धि
    • समूह में कार्य करने की क्षमता
    • रचनात्मक अभिव्यक्ति का अवसर
  2. अभिभावकों के लिए लाभ:
    • अपने बच्चों में सकारात्मक परिवर्तन देखना
    • बच्चों के कौशल विकास से संतोष
    • विद्यालय और शिक्षकों के साथ बेहतर संवाद

“समर कैंप 2025: विद्यालय स्तर पर 7 दिवसीय रचनात्मक गतिविधियों का पूरा विवरण”

दिवसगतिविधियाँसुझावित शैक्षिकार्थ (पेडागॉजी)
दिवस 1अभिभावक और बच्चों के लिए अभिमुखीकरण, मजेदार खेल, परिचय, टीम-निर्माण गतिविधियाँ, स्वागतरोल-प्ले, फ्लैश कार्ड, विभिन्न भजनों और लयबद्ध गीतों का परिचय।
दिवस 2स्वस्थ खान-पान की आदतें / स्वस्थ जीवन जागरूकताऑडियो-विजुअल प्रस्तुति और स्वस्थ खान-पान की आदतों पर रोल-प्ले, रेस्तरां सीन, संतुलित आहार का महत्व, भोजन की यात्रा नियम, समूह चर्चा, ओट्स/स्वस्थ नाश्ता, फिट रहने के लिए सामान्य जागरूकता।
दिवस 3कला (संगीत / नृत्य / कठपुतली)विभिन्न नृत्य रूपों, संगीत प्रकारों, ध्वनियों, वाद्ययंत्रों, लय, गीतों का परिचय, संगीत और नृत्य के माध्यम से फिट रहने की जागरूकता, सामान्य जागरूकता।
दिवस 4स्थानीय यात्राएँ (सब्जी मंडी / किराना / फार्म)शिक्षकों की मदद से अभिभावकों की सहायता से खरीदी जा सकने वाली सब्जियों/फलों की सूची तैयार करना।
दिवस 5आसपास की सफाई, सुनने के कौशल, टीमवर्क, प्रकृति का परिचय, पर्यावरण जागरूकताबच्चों के लिए ऑडियो-विजुअल सहायता का उपयोग, हिंदी/अंग्रेजी/श्लोक गायन संस्कृत में प्रकृति-आधारित गतिविधियों के साथ।
दिवस 6माता/पिता/दादा-दादी की कहानी, इतिहास, सामान्य ज्ञानजैविक मॉडल (चार्ट्स) का उपयोग, बच्चों/अभिभावकों के लिए ऑडियो-विजुअल सामग्री।
दिवस 7प्रश्न और समापनबच्चों द्वारा अभिभावकों के सामने प्रस्तुति, पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरण।

‘समर कैंप 2025’ बिहार राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो विद्यार्थियों के समग्र विकास को बढ़ावा देती है। यह न केवल भाषा शिक्षा का अवसर है, बल्कि आत्मविश्वास, अभिव्यक्ति, संवाद और सहयोग जैसे जीवन कौशल के विकास का साधन भी है।