भारत में शिक्षा को हर बच्चे का मूल अधिकार स्वीकार कराने के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 (Right to Education Act, 2009) एक महत्वपूर्ण पहल है। इस कानून के अनुसार, 6 से 14 वर्ष की उम्र के सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा मुहैया कराना सरकार की जिम्मेदारी है। इसी संदर्भ में, बिहार सरकार ने शिक्षा विभाग के जरिए राष्ट्रीय वर्ग 2025-26 के लिए ज्ञानदीप पोर्टल पर ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया आरंभ की है। इस प्रणाली को सुविधाजनक और पारदर्शी बनाने के लिए बिहार सरकार ने एक सूचना पत्र जारी किया है, जिसमें सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और कार्यकम अधिकारियों को इस कार्य को समय पर पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया है।
सूचना पत्र का अवलोकन
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने 21 मार्च 2025 को एक सूचना पत्र (पत्रांक-08/आरटीई15-07/2024…3335) जारी किया, जिसमें राष्ट्रीय वर्ग 2025-26 के लिए ज्ञानदीप पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया की जानकारी दी गई है। यह सूचना पत्र सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और सभी जिला कार्यकम अधिकारियों (प्राथमिक शिक्षा और समग्र शिक्षा अभियान) को संबोधित की गई है। सूचना के अनुसार, शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 की धारा 12(1)(सी) के अंतर्गत राष्ट्रीय वर्ग 2024-25 के लिए ज्ञानदीप पोर्टल पर प्रारंभिक कक्षाओं में अल्पसंख्यक समूह और कमजोर वर्ग के बच्चों का नामांकन किया गया था। अब इस प्रक्रिया को राष्ट्रीय वर्ग 2025-26 के लिए भी लागू किया जा रहा है।
इस सूचना पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 की धारा 12(1)(सी) के तहत प्रक्रिया को निश्चित समय सीमा के भीतर पूरा करना अनिवार्य है। इसके लिए एक समय-सारणी निर्धारित की गई है, जिसका पालन सभी संबंधित अधिकारियों को करना होगा।
समय-सारणी और प्रक्रिया
सूचना पत्र में दी गई समय-सारणी के अनुसार, राष्ट्रीय वर्ग 2025-26 के लिए ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में संपन्न की जाएगी:
1. छात्र पंजीकरण
- समय-सीमा: 25 मार्च 2025 से 10 अप्रैल 2025 तक
इस चरण में, अभिभावकों को अपने बच्चों का पंजीकरण ज्ञानदीप पोर्टल पर कराना होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी, और इसके लिए अभिभावकों को पोर्टल पर जाकर आवश्यक जानकारियाँ भरनी होंगी।
2. पंजीकृत छात्रों का सत्यापन
- समय-सीमा: 25 मार्च 2025 से 12 अप्रैल 2025 तक
पंजीकरण के बाद, जिला शिक्षा अधिकारियों और कार्यकम अधिकारियों द्वारा पंजीकृत छात्रों के विवरण का सत्यापन किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी जानकारी सही है और पात्रता मानदंडों को पूरा करती है।
3. सत्यापित विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन स्कूल आवंटन
- समय-सीमा: 15 अप्रैल 2025 को दोपहर 3:30 बजे
सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, योग्य विद्यार्थियों को ऑनलाइन माध्यम से विद्यालय आवंटित किए जाएंगे। यह प्रक्रिया स्पष्टता के साथ संपन्न की जाएगी, ताकि किसी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।
4. चयनित विद्यार्थियों का स्कूलों में प्रवेश
- समय-सीमा: 16 अप्रैल 2025 से 25 अप्रैल 2025 तक
विद्यालय आवंटन के पश्चात, चयनित विद्यार्थियों को उनके निर्धारित स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। इस दौरान, अभिभावकों को स्कूल जाकर नामांकन की औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी।
प्रक्रिया का महत्व
शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 की धारा 12(1)(सी) के अनुसार, गैर-सहायता प्राप्त निजी स्कूलों में 25% सीटें अल्पसंख्यक वर्ग और कमजोर तबके के बच्चों के लिए आरक्षित हैं। इस प्रावधान का मुख्य उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करना है। जननंदन पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया इस प्रावधान को अमल में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
1. पारदर्शिता और निष्पक्षता
ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से पंजीकरण प्रक्रिया को स्पष्ट और पारदर्शी बनाया गया है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सभी योग्य बच्चों को समान अवसर मिलते हैं और किसी भी प्रकार के भेदभाव या अनियमितता की संभावना समाप्त होती है।
2. समय की बचत
पहले, नामांकन की प्रक्रिया हाथ से की जाती थी, जिससे समय की बर्बादी होती थी। ऑनलाइन प्रणाली ने इसे तेज और सरल बना दिया है। अब अभिभावकों को स्कूल घूमने की जरूरत नहीं है; वे अपने बच्चों का पंजीकरण घर बैठे कर सकते हैं।
3. सामाजिक समावेशन
इस प्रक्रिया के जरिए अल्पसंख्यक वर्ग और कमजोर तबके के बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा में शामिल किया जा रहा है। इससे सामाजिक समानता को बढ़ावा मिलता है और समाज में शिक्षा का स्तर सुधारता है।
4. तकनीकी प्रगति का उपयोग
ज्ञानदीप पोर्टल एक डिजिटल मंच है, जो तकनीक का उपयोग बढ़ावा देता है। यह सिर्फ सरलता नहीं लाता, बल्कि डेटा प्रबंधन और निगरानी में भी सहायता करता है।
कैसे आवेदन करें?
वे अभिभावक जो अपने बच्चों का नामांकन राष्ट्रीय वर्ग 2025-26 के लिए करना चाह रहे हैं, नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकते हैं:
1. ज्ञानदीप पोर्टल पर जाएं
पहले, अभिभावकों को ज्ञानदीप पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट https://gyandeep-rte.bihar.gov.in/ पर पहुँचने की आवश्यकता है। इस लिंक से वे पोर्टल तक पहुँच सकते हैं।
2. पंजीकरण करें
पोर्टल पर पहुंचने के बाद, “छात्र पंजीकरण” के विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद, एक फॉर्म खुल जाएगा जिसमें बच्चे का नाम, जन्म की तारीख, माता-पिता का नाम, पता, और अन्य आवश्यक जानकारी भरनी होगी।
3. दस्तावेज अपलोड करें
पंजीकरण करते समय, कुछ आवश्यक दस्तावेज जैसे जन्म प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र, और निवास प्रमाणपत्र को अपलोड करना होगा। सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज सही और स्पष्ट हैं।
4. आवेदन जमा करें
सभी विवरण भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद, अपना आवेदन जमा करें। उसके बाद, आपको एक पंजीकरण संख्या मिलेगी, जिसे भविष्य में संदर्भ के लिए अपने पास रखना होगा।
5. सत्यापन और आवंटन का इंतजार करें
आवेदन समर्पित करने के पश्चात, शिक्षा विभाग द्वारा सत्यापन की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। सत्यापन की प्रक्रिया के बाद, 15 अप्रैल 2025 को विद्यालय आवंटन की घोषणा की जाएगी।
चुनौतियाँ और उपाय
हालाँकि ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया ने कई समस्याओं का समाधान किया है, फिर भी अभी भी कुछ चुनौतियाँ बरकरार हैं। इनमें से कुछ प्रमुख मुद्दे और उनके समाधान निम्नलिखित हैं:
1. इंटरनेट और तकनीकी ज्ञान की कमी
ग्रामीण इलाकों में कई अभिभावकों को इंटरनेट की पहुंच या तकनीकी जानकारी नहीं होती। इस स्थिति से निपटने के लिए, सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाने और सहायता केंद्र स्थापित करने चाहिए।
2. दस्तावेजों की अनुपस्थिति
कई अभिभावकों पास आवश्यक दस्तावेज, जैसे आय प्रमाण या जन्म प्रमाण पत्र नहीं होते। इस समस्या के निदान के लिए, सरकार को वैकल्पिक दस्तावेजों को मान्यता देने की नीति बनानी चाहिए।
3. जागरूकता की कमी
अनेक अभिभावक इस योजना के बारे में अस्पष्ट होते हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग को स्थानीय स्तर पर जागरूकता फैलाने वाले अभियान शुरू करने चाहिए, जिसमें पंचायतें, विद्यालय, और सामुदायिक केंद्र शामिल किए जाएं।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 के तहत राष्ट्रीय वर्ग 2025-26 के लिए ज्ञानदीप पोर्टल के जरिए ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया बिहार सरकार की एक सराहनीय प्रयास है। यह प्रक्रिया न केवल शिक्षा को सुलभ और पारदर्शी बनाती है, बल्कि सामाजिक समावेशन को भी बढ़ावा देती है। समय सीमा के अनुसार इस प्रक्रिया को पूरा करना सभी संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी है, ताकि कोई भी योग्य बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। अभिभावकों को भी इस मौके का भरपूर लाभ उठाना चाहिए और समय पर अपने बच्चों का नामांकन कराना चाहिए।
